कमिश्नर की चौखट से पालिकाध्यक्ष को फिर लगा झटका

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद पिछले कई दिनों से लगातार सुर्खियों में है, शहर के प्रमुख चौराहे अहिल्याबाई होल्कर के सौन्दर्य कार्य के लिए वित्तीय अनियमितता में ठेकेदार के विरू( एफआईआर हो चुकी है, पालिकाध्यक्ष के द्वारा स्थगित बोर्ड बैठक को कमिश्नर ने हरी झण्डी दे दी है और अब कमिश्नर के दर से पालिकाध्यक्ष को एक ओर झटका दिया गया है। उनके द्वारा निलम्बित लिपिक को बहाल कर दिया गया, इसके लिए डीएम और ईओ की आख्या को आधार मानकर पालिकाध्यक्ष के निलमबन आदेश को नियम विरू( करार दिया गया है। इससे नगरपालिका में पालिकाध्यक्ष के विरोधी खेमे में जश्न का आलम बना हुआ है, वहीं पालिकाध्यक्ष ने केवल इतना ही कहा कि जनता सभी कुछ देख रही है, एक साजिश के तहत गलत हो रहा है। बता दें कि नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष अंजू अग्रवाल को लगातार घेरने का काम किया जा रहा है, उनके द्वारा पारित आदेशों को लेकर विकास कार्यो को लेकर लगातार हो रही शिकायतों में पालिकाध्यक्ष को बैकफुट पर खड़ा होना पड़ रहा है। कई बड़े मामलों में पालिकाध्यक्ष के खिलाफ निर्णय सामने आये है। सभी अहिल्याबाई होल्कर चौराहे के सौन्दर्यकरण में कार्यवाही कई लोगों तक पहुंचेगी। ऐसे में लगातार पालिकाध्यक्ष इन फैसलों से खुद को हतोत्साहित महसूस करने लगी है। अब ताजा मामला भी उनके खिलाफ गया है , उन्होंने गरीब ढाई माह पूर्व जिस लिपिक को लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित किया था, उस लिपिक को कमिश्नर के दर से जीवनदार मिला है। लिपिक को बहाल कर दिया गया है, इसके लिए कमिश्नर के आदेश भी जिला प्रशासन को प्राप्त हो चुके है।